Haryana CET 2025: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) 2025 की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। यह परीक्षा हरियाणा सरकार के विभिन्न विभागों में ग्रुप C और ग्रुप D के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जा रही है। इस बार रिकॉर्ड 13.48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है, जो इसे और भी खास बनाता है। आइए, जानते हैं इस परीक्षा के बारे में विस्तार से।
कब और कैसे होगी परीक्षा?
HSSC CET 2025 का आयोजन 26 और 27 जुलाई 2025 को चार शिफ्टों में होगा। पहली शिफ्ट सुबह 10:00 बजे से 11:45 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:15 बजे से 5:00 बजे तक होगी। यह परीक्षा ऑफलाइन (OMR आधारित) होगी और इसमें 100 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होगा, और गलत उत्तर के लिए कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा। हालांकि, अनुत्तरित प्रश्नों के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे, इसलिए उम्मीदवारों को पांचवां विकल्प चुनना होगा यदि वे कोई प्रश्न छोड़ना चाहते हैं।
नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला: क्या है यह?
चूंकि परीक्षा चार शिफ्टों में होगी, इसलिए पेपर की कठिनाई के स्तर को संतुलित करने के लिए HSSC ने नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लागू करने का फैसला किया है। यह फॉर्मूला सुनिश्चित करेगा कि सभी शिफ्टों के उम्मीदवारों को समान अवसर मिले। HSSC ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक नोटिस में दी है, जिसमें बताया गया कि यह प्रक्रिया नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के दिशानिर्देशों पर आधारित होगी।
पात्रता और आवेदन
CET 2025 के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10+2 (ग्रुप C के लिए) और मैट्रिक (ग्रुप D के लिए) है। आयु सीमा 18 से 42 वर्ष के बीच है, जिसमें SC/BC और अन्य वर्गों के लिए आयु में छूट दी गई है। आवेदन प्रक्रिया 14 जून 2025 को समाप्त हो चुकी है, और अब उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड का इंतजार है, जो परीक्षा से 2-4 दिन पहले hssc.gov.in पर उपलब्ध होगा।
सिलेबस और तैयारी
परीक्षा में सामान्य ज्ञान, तर्कशक्ति, गणित, अंग्रेजी, हिंदी, कंप्यूटर, और हरियाणा सामान्य ज्ञान से प्रश्न पूछे जाएंगे। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें और नियमित मॉक टेस्ट दें। HSSC की वेबसाइट पर सिलेबस का PDF उपलब्ध है, जिसे डाउनलोड कर तैयारी को और बेहतर बनाया जा सकता है।
पारदर्शिता और सख्ती
HSSC ने परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। आयोग के अध्यक्ष डॉ. हिम्मत सिंह ने चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की धोखाधड़ी या रिश्वतखोरी की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई होगी। शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी।